एक सफल अभिनेता के ग्रहों के योग के साथ साथ ग्रहों के महादशा भी उतनी ही ज़रूरी होती है अभिनय के दुनिया में अपनी जगह, रुतवा दर्शकों के मन में अपने लिये अपार प्यार और विश्वास बनाये रखने के लिये । अभिनेताये अपनी अभिनय के जोर पर दर्शकों के मन मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव डालते है दक्षिण भारत में तो कुछ अभिनेताओं को लोग भगवान तुल्य मानते है ।
मेगास्टार चिरंजीवी ने भारतीय सिनेमा में सबसे ज़्यादा लोकप्रिय फ़िल्म स्टार के तौर पर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया।चिरजीवी का जन्म 22 .8.1955 10 -11 am के बीच नरसापुर में ,पंचमहापुरूष में से दो योगों के साथ हुआ
तुला लग्न में जन्मे चिरंजीवी के लग्न में ही उच्च के शनि विधमान होकर शश महापुरूष योग बना रहे है ,इस योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति उच्चपदाधिकारी, राजनेता, न्यायाधिपति ,दीर्घायु होता है। साथ में दसम भाव में केंद्र में उच्च के वृहस्पति से हंस नामक महापुरूष योग बन रहा है ।इस योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति बुद्धिमान व आध्यात्मिक होता है एवं विद्वानों द्वारा प्रशंसनीय होता है।
What truly illuminates a star’s brilliance? It’s more than mere talent; it’s an extraordinary alignment of cosmic energies. Chiranjeevi’s ascent in the cinematic world exemplifies this powerful truth. Born under significant planetary influences, his journey to fame was a blend of destiny and charisma, not just hard work. The blend of Shash and Hans Mahapurush Yog within his astrological framework has solidified his legacy in Indian cinema.